मेरा नाम मोनिका D/o श्री गंगारामजी है। मैं तहसील नोहर , हनुमानगढ की रहने वाली हूँ। मैं ग्रामीण बैंक में आॅफिस असिस्टेंट के पद के लिए चयनित हुई हूँ।
मैं अपनी सफलता का पुरा श्रेय अपने आदरणीय माता-पिता व पुनीत सर, एशना व धींगड़ा क्लासेज़ के पुरे स्टाफ को देना चाहतीहूँ।
पुनीत सर के पढाने का अंदाज ही कुछ इस तरह का है। कि सारा कुछ क्लास में ही याद हो जाता है। घर पर जाकर याद करने के जरूरत ही नहीं पडती है। यहां के सभी स्टाफ ने भी हम लोगों की बहुत मदद की है तथा मेरे लिए मेहनत भी की है।
मेरी सफलता की कुंजी का एक नियम यह है कि मैं जीवन या घर में जो कुछ भी समस्याएं आती थी उसे क्लास में आके भूल जाती थी |
मैं अपने साथियों को यही सलाह दूँगी, कि वे धैर्य रखे तथा हमेशा सर के मार्गदर्शन में रहें व जो कुछ क्लास में करवाया जाये, वही दोहराएं व हमेशा अपना 100% दें।
मैं पुनीत सर व धींगड़ा क्लासेज़ को उनके बम्पर रिजल्ट की बधाई देती हूँ। व कामना करती हूँ कि धींगड़ा क्लासेज़ इसी तरह दिन दोगुनी रात चैगुनी तरक्की करता रहे ।
मैं अपनी सफलता का पुरा श्रेय अपने आदरणीय माता-पिता व पुनीत सर, एशना व धींगड़ा क्लासेज़ के पुरे स्टाफ को देना चाहतीहूँ।
पुनीत सर के पढाने का अंदाज ही कुछ इस तरह का है। कि सारा कुछ क्लास में ही याद हो जाता है। घर पर जाकर याद करने के जरूरत ही नहीं पडती है। यहां के सभी स्टाफ ने भी हम लोगों की बहुत मदद की है तथा मेरे लिए मेहनत भी की है।
मेरी सफलता की कुंजी का एक नियम यह है कि मैं जीवन या घर में जो कुछ भी समस्याएं आती थी उसे क्लास में आके भूल जाती थी |
मैं अपने साथियों को यही सलाह दूँगी, कि वे धैर्य रखे तथा हमेशा सर के मार्गदर्शन में रहें व जो कुछ क्लास में करवाया जाये, वही दोहराएं व हमेशा अपना 100% दें।
मैं पुनीत सर व धींगड़ा क्लासेज़ को उनके बम्पर रिजल्ट की बधाई देती हूँ। व कामना करती हूँ कि धींगड़ा क्लासेज़ इसी तरह दिन दोगुनी रात चैगुनी तरक्की करता रहे ।
अंतिम शब्द (उनके लिए जो तेयारी कर रहे है)... आपको अपने लक्ष्य के अनुसार अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना होगा. दिन-प्रतिदिन परीक्षाओं का स्तर बढ़ता जा रहा है. यह पिज्जा का टुकड़ा खाने के समान नहीं है ... यह लोहा खाने की तरह है ...
तो शुभकामनाएँ