गद्यांश
दो विशाल पानियों (अटलांटिक और प्रशांत महासागर) के बीच घिरा हुआ विस्तृत भू-भाग जिसे गलत नाम से लैटिन अमेरिका पुकारते हैं-एक अध सोया, अध जागा सा अपनी अशान्त उदासियों से अभी पूरी तरह आजाद नहीं हुआ है। सन 1491 समय का आखिरी आंकड़ा था जब इस महाद्वीप का हजारों सालों का इतिहास एकाएक
बदल गया था। स्पेनी आक्रान्ताओं ने 1492 में इस धरती पर अपना वज्र पाँव रखा था। यूरोपीय दैत्य की सोना-चाँदी खाने की भूख का शिकार बना दक्षिणी अमेरिका का महाद्वीप पिछले पाँच सौ सालों में अपने 10 हजार वर्ष की उपलब्धियाँ पूरी तरह खो कर भी एक नई अस्मिता खोजने की क्रान्तिकारी तलाश में लगा हुआ है। 19वीं सदी के आरम्भ में अपने यूरोपीय आकाओं से मुक्ति के साथ साथ ही यू.एस.ए. का साम्राज्यवादी फौलादी हाथ लैटिन अमेरिका की गर्दन पर आ पड़ा। पन्द्रहवीं सदी से बीसवीं सदी के बीच जो साहित्य इस भू-भाग में रचा गया उस में उन जातियों का लोक जीवन, उनका संघर्ष, स्वपनों का बनना-बिगड़ना, आशाएँ-निराशाएँ, राजनीतिक उथल-पुथल इस तरह दर्ज है कि वहाँ का असली इतिहास साहित्य के माध्यम से ही प्रकट होता है।
बदल गया था। स्पेनी आक्रान्ताओं ने 1492 में इस धरती पर अपना वज्र पाँव रखा था। यूरोपीय दैत्य की सोना-चाँदी खाने की भूख का शिकार बना दक्षिणी अमेरिका का महाद्वीप पिछले पाँच सौ सालों में अपने 10 हजार वर्ष की उपलब्धियाँ पूरी तरह खो कर भी एक नई अस्मिता खोजने की क्रान्तिकारी तलाश में लगा हुआ है। 19वीं सदी के आरम्भ में अपने यूरोपीय आकाओं से मुक्ति के साथ साथ ही यू.एस.ए. का साम्राज्यवादी फौलादी हाथ लैटिन अमेरिका की गर्दन पर आ पड़ा। पन्द्रहवीं सदी से बीसवीं सदी के बीच जो साहित्य इस भू-भाग में रचा गया उस में उन जातियों का लोक जीवन, उनका संघर्ष, स्वपनों का बनना-बिगड़ना, आशाएँ-निराशाएँ, राजनीतिक उथल-पुथल इस तरह दर्ज है कि वहाँ का असली इतिहास साहित्य के माध्यम से ही प्रकट होता है।
लैटिन अमेरिका एक विशाल भू-भाग है जिसमें मैक्सिको, केंद्रीय अमेरिका के देश और दक्षिणी अमेरिका का सारा महाद्वीप शामिल है। 1865 के आस-पास फ्रांसीसियों ने अपने किसी भौगोलिक-जातीय भ्रम के कारण इस प्रदेश को लैटिन अमेरिका कहना शुरू किया और वही नाम इस का स्वीकृत हो गया। इन पाँच सौ वर्षों में वहाँ दो ही भाषाएँ स्थापित हुईं -स्पेनिश और पुर्तगाली। ब्राजील को छोड़ कर बाकी सारे लैटिन अमेरिका में सिर्फ स्पेनिश भाषा ही बोली जाती है। ब्राजील में पुर्तगाली। मूल निवासियों की संस्कृति, भाषाएँ और अन्य जीवन पद्धत्तियाँ यूरोप की नई संस्कृति ने नेस्तनाबूद कर दीं। यही बात वहाँ के धर्म और रीति-रिवाजों के साथ हुई। 1491 से पहले का लैटिन अमेरिका जिसमें करोड़ों लोग रहते थे, सैंकड़ों भाषाएँ बोली जाती थीं, तरह-तरह से प्रकृति सत्ता पर आधारित धर्मों को माना जाता था, देखते-देखते पूरी तरह बदल गया। सीधे लम्बे बालों वाले, काली आँखों और ताँबई रंग के शरीरों वाले मूल निवासियों का प्रदेश आज गोरे, काले और पीले लोगों का मिश्रण है। ईसाई धर्म उन सभी देशों का मुख्य धर्म है।
भारत की कई जन-जातियों से इन अमेरिकी मूल निवासियों की शक्लो-सूरत बहुत मिलती जुलती है। लेकिन बर्मा, चीन और रूस के हिस्सों में भी इस तरह के लोग मिलते हैं। पंद्रहवी सदी से पहले उत्तरी अमेरिका महाद्वीप, केंद्रीय अमेरिका और दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के सभी देशों में लगभग एक ही तरह की जन-जातियों का निवास आश्चर्यचकित कर देता है। जो मानव-समूह यहाँ आकर इतने लम्बे समय तक अपने आप को हर तरह से बचाए रख सके, जीवन की कलाओं को उच्च स्तर पर विकसित कर सके, प्रकृति के रहस्यों को समझ सके, आकाश-गंगाओं के नियमों और गतियों-स्वरूपों को समझ सके, विस्तृत जीवन-यापन पद्धत्तियों का अर्थ तन्त्र निरूपित कर सके, खेती बाड़ी के विज्ञान-संगत तरीके विकसित कर सके और विशाल साम्राज्यों की स्थापना कर सके, उन्हें हर तरह के लम्बे संघर्षों से गुजरना पड़ा होगा। लेकिन वह संघर्ष काल अदेखा और अलिखा है, उसी तरह जैसे दूसरे भू-भागों के संघर्षों का काल अलक्षित है। 1491 के बाद यूरोप के आक्रामक समुद्र यात्रियों ने जो कुछ यहाँ आ कर देखा और लिखा उसी के आधार पर आज लैटिन अमेरिका की उस समय की स्थिति का ज्ञान हमें है। उस के बाद ही वैज्ञानिकों ने वहाँ के प्राचीन समयों तक पहुँचने की कुछ ईमानदार कोशिशें कीं।
कोलम्बस जब 1492 में मध्य अमेरिका के द्वीपों पर पहुँचा तो वहाँ के लोगों को देख कर और अपनी यात्रा के उद्देश्य की भ्रामक पूर्ति के आधार पर कह उठा था कि उसने इंडीज की धरती खोज ली है। उसकी यह भ्रान्ति प्रकृति के एक रहस्यात्मक सत्य का ही आकाश घोष था। कोलम्बस ने भारत की संस्कृतियों का जायजा कुछ यात्रा विवरणों से ही लिया था। लेकिन दक्षिणी अमेरिका की विशाल जन-जातियों और साम्राज्यों के बारे में जो ज्ञान उपलब्ध हुआ है, उस के आधार पर हम संस्कृतियों की ऐसी झलक पाते हैं कि वहाँ और यहाँ के अतीत में अन्तर करना मुश्किल हो जाता है। मुख्य रूप से तीन साम्राज्य और सस्कृतियाँ उस भू-भाग में स्थापित थीं। उनके नाम थे-माया, इन्का और एज्टैक।
प्र.1. लेखक ने ’लैटिन अमेरिका’ नामकरण को गलत क्यों कहा है?
(1) क्योंकि वहां के लोग लैटिन भाषा नहीं बोलते हैं।
(2) क्योंकि फ्रांसीसियों ने भौगोलिक-जातीय भ्रम में यह नामकरण किया था।
(3) क्योंकि लैटिन का अर्थ जाग्रत होता है और लैटिन अमेरिका अभी सोया हुआ है।
(4) क्योंकि वहां के लोग स्पेनिश और पुर्तगाली भाषा बोलते हैं।
(5) क्योंकि वहां के लोगों का मुख्य धर्म बदलकर अब ईसाई हो गया है।
(क) मैक्सिको
(ख) केंद्रीय अमेरिका के देश
(ग) दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप
(घ) यूरोपीय देश
(1) केवल क व ख
(2) केवल क, ग व घ
(3) केवल ख, ग व घ
(4) केवल क, ख व ग
(5) सभी क, ख, ग व घ
प्र.3. मूलतः लैटिन अमेरिका में किस धर्म को माना जाता था?
(1) बाइबिल पर आधारित ईसाई धर्म को
(2) कुरान पर आधारित इस्लाम धर्म को
(3) वेदों पर आधारित हिंदू धर्म को
(4) अवेस्ता पर आधारित पारसी धर्म को
(5) प्रकृति की सत्ता पर आधारित धर्म को
प्र.4. ब्राजील में कौन सी यूरोपीय भाषा बोली जाती है?
(2) स्पेनिश
(3) जर्मन
(4) फ्रांसीसी
(5) लैटिन
(1) लैटिन अमेरिका का नामकरण 1865 के आस-पास फ्रांसीसियों ने किया था।
(2) पिछले पाँच सौ वर्षों में लैटिन अमेरिका में सिर्फ स्पेनिश और पुर्तगाली भाषाएँ ही स्थापित हो पायीं।
(3) स्पेन के बाद फ्रांसीसियों ने लैटिन अमेरिका पर अपना आधिपत्य स्थापित किया था।
(4) यूरोप की नई संस्कृति ने लैटिन अमेरिका की मूल संस्कृति को नष्ट कर दिया था।
(5) लैटिन अमेरिकी देशों का मुख्य धर्म ईसाई है।
(क) माया
(ख) सुमेर
(ग) सिंधु
(घ) यूनानी
(2) केवल क, ग व घ
(3) केवल ख, ग व घ
(4) केवल क, ख व ग
(5) सभी क, ख, ग व घ
(1) आत्मा
(2) जीवात्मा
(3) अस्तित्व
(4) शक्ति
(5) पहचान
(2) जीवात्मा
(3) अस्तित्व
(4) शक्ति
(5) पहचान
(1) व्यापक
(2) विविध
(3) विशाल
(4) वृहद
(5) स्थूल
(2) विविध
(3) विशाल
(4) वृहद
(5) स्थूल
(1) क्षुद्र
(2) तुच्छ
(3) गोचर
(4) प्रत्यक्ष
(5) दृष्ट
(2) तुच्छ
(3) गोचर
(4) प्रत्यक्ष
(5) दृष्ट
(1) सास्वत
(2) परितृप्त
(3) परिपूर्ण
(4) संपूर्ण
(5) पूरित
(2) परितृप्त
(3) परिपूर्ण
(4) संपूर्ण
(5) पूरित
उत्तर
1---(2) क्योंकि फ्रांसीसियों ने भौगोलिक-जातीय भ्रम में यह नामकरण किया था।
2---(4) लैटिन अमेरिका एक विशाल भू-भाग है जिसमें मैक्सिको, केंद्रीय अमेरिका के देश और दक्षिणी अमेरिका का सारा महाद्वीप शामिल है।
3----(5) 1491 से पहले का लैटिन अमेरिका में तरह-तरह से प्रकृति सत्ता पर आधारित धर्मों को माना जाता था।
4---(1) ब्राजील को छोड़ कर बाकी सारे लैटिन अमेरिका में सिर्फ स्पेनिश भाषा ही बोली जाती है; ब्राजील में पुर्तगाली।
5---(3) स्पेनी आक्रान्ताओं ने 1492 में लैटिन अमेरिका में अपना कदम रखा था। 19वीं सदी के आरम्भ में अपने यूरोपीय आकाओं से मुक्ति के साथ साथ ही यू.एस.ए. का साम्राज्यवादी हाथ लैटिन अमेरिका की गर्दन पर आ पड़ा।
6---(3) मुख्य रूप से तीन साम्राज्य और सस्कृतियाँ लैटिन अमेरिकी भू-भाग में स्थापित थीं; उनके नाम थे-माया, इन्का और एज्टैक।
7----(5) पहचान
8----(2)
9---(4) प्रत्यक्ष
10---(1) सास्वत
2---(4) लैटिन अमेरिका एक विशाल भू-भाग है जिसमें मैक्सिको, केंद्रीय अमेरिका के देश और दक्षिणी अमेरिका का सारा महाद्वीप शामिल है।
3----(5) 1491 से पहले का लैटिन अमेरिका में तरह-तरह से प्रकृति सत्ता पर आधारित धर्मों को माना जाता था।
4---(1) ब्राजील को छोड़ कर बाकी सारे लैटिन अमेरिका में सिर्फ स्पेनिश भाषा ही बोली जाती है; ब्राजील में पुर्तगाली।
5---(3) स्पेनी आक्रान्ताओं ने 1492 में लैटिन अमेरिका में अपना कदम रखा था। 19वीं सदी के आरम्भ में अपने यूरोपीय आकाओं से मुक्ति के साथ साथ ही यू.एस.ए. का साम्राज्यवादी हाथ लैटिन अमेरिका की गर्दन पर आ पड़ा।
6---(3) मुख्य रूप से तीन साम्राज्य और सस्कृतियाँ लैटिन अमेरिकी भू-भाग में स्थापित थीं; उनके नाम थे-माया, इन्का और एज्टैक।
7----(5) पहचान
8----(2)
9---(4) प्रत्यक्ष
10---(1) सास्वत