ये सवाल हर उस परीक्षार्थी के मन में आता हैं जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा हैं.
द हिन्दू अखबार में मनोरंजन या मसाला खबरे नहीं आती हैं,लेकिन ऐसा भी नहीं हैं के आपको सब पढ़ना हैं। वो भी समय की बाध्यता को देखते हुए हमे अखबार के कुछ हिस्सो को ही पढ़ना हैं जिससे परीक्षा की दृष्टि से हमें उपयोगी बिंदु मिल जाए। आपको सिर्फ इन चार भागो को पढ़ना हैं –
• प्रथम पृष्ठ
• राष्ट्रीय खबरे
• अंतर्राष्ट्री खबरे
• व्यापर/कारोबार खबरे
• एडिटोरियल
ऐसे कोई भी खबर मत पढ़िए जो परीक्षा की दृष्टि से लाभदायक नहीं हैं। सबसे पहले एक रजिस्टर या कॉपी ले और उसे अर्थशास्त्र,विज्ञानं,भूगोल,संविधान आदि विषयानुसार भागो में बाँट ले और सम्बंधित खबर उसी विषय में लिखे, इससे अगर आपको करेंट अफेयर का पुनरावलोकन करने में आसानी होगी।
उदाहरण से समझते हैं इसको –
मान लीजिये आपके शहर में किसी मन्नू लाल की कार दुर्घटना में मृत्यु हो गयी हैं, तो क्या आपको लगता हैं की ये खबर कभी Bank Paper या SSC या यूपीएससी में पूछी जाएगी?
जवाब – नहीं।
दूसरे तथ्य को देखे तो मान लीजिये आज सोना का भाव गिर गया या उठ गया, या शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल आया तो ऐसे प्रश्न भी परीक्षा में कभी नहीं आएँगे। कम से कम Bank/SSC में तो कभी नहीं।
समाचार की बजाय मुद्दे पर ध्यान दें:
मान लीजिए कि एक समाचार “शीर्ष सीट के न्यायाधीश को अपनी सीट से हटा दिया गया है” के रूप में शीर्षक है। तो पढ़िए कि – उसने क्या किया कि वह हटा दिया गया, वह कब निकाल दिया गया? “कैसे एक सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश को हटाया जा सकता है” पर फोकस, “हमारे संविधान को सीट से न्यायाधीश को हटाने के लिए क्या प्रावधान है”, “हमारे राष्ट्र और आगामी पीढ़ी पर क्या प्रभाव पड़ सकता है” इत्यादि ।
कुछ श्रेणियों में समाचार को वर्गीकृत करने की कोशिश करें-
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अंतर्राष्ट्रीय संबंध, पर्यावरण और जैव विविधता, व्यक्तित्व और पुरस्कार, सरकारी नीतियां और योजनाएं, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, आर्थिक नीतियां, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और चिकित्सा, विविध आदि जैसे कुछ श्रेणियों में समाचार या मुद्दों को विभाजित करें।
ऐसा भी नहीं हैं कि आप ने द हिन्दू पढ़ लिया तो आप ने गंगा नहा ली हैं। अखबार में दिए गये तथ्य ही पर्याप्त नहीं है: इस बारे में और
अधिक जानने के लिए इंटरनेट का प्रयोग करें ।
उदाहरण-
हाल ही में एच्1 बी वीजा समाचार में है और हिंदू संपादकीय में भी देखा जा सकता है। संपादकीय इसके बारे में कुछ बिंदुओं और विचार देगा, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है,इसके लियेआप गूगल देवता के शरण में जाइये और आपके दिमाग में उभर रहे सवालों जैसे “एच्1 बी वीजा का क्या असर नौकरी पेशा लोगो पर क्या पड़ेगा ? क्या इससे भारत और अमेरिका के रिश्तो में खटास आएगी? इसमें क्या सुधर किये जा सकते हैं या किये जा रहे हैं ?आदि को खंगाले।
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समाचार पढ़ने के बाद ये देखे ये किस विषय से सम्बंधित हैं उसे उस विषय में लिख ले ,लेकिन तारीख के अनुसार नहीं विषय के अनुसार।
अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए हिन्दू अखबार को समझना बहुत मुश्किल नहीं हैं ,लेकिन जब बात हिंदी माध्यम के छात्रों की आती हैं तो उनके लिए हिन्दू पढ़ना टेढ़ी खीर बन जाता हैं। देखिये उनको क्या करना चाहिए –
• हिन्दू अखबार में एक मजबूत पकड़ बनाने के लिए आपको कम से कम दो से तीन माह का समय लग जाएगा तो यहाँ आप को आवश्यक हैं एक रजिस्टर और पेन की।
• अब जो बिंदु मैंने आपको ऊपर बताये हैं उसी हिसाब से पढ़िए और जो शब्दावली आपको नहीं समझ आ रही हैं आप उसके लिए डिक्शनरी (ऑनलाइन या ऑफलाइन) का प्रयोग करिये और उन शब्दो को अपने रजिस्टर में लिखिए हो सके तो वाक्यो के साथ उदहारण के तौर पर समझने के लिए लिखे और उन्हें लगातार दोहराते रहे ,क्यों कि आपको अंगरेजी भाग भी उत्तीर्ण करना हैं तो इससे आपका वह भाग धीरे-धीरे तैयार होता जाएगा।