1) देश में डिज़िटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए केन्द्रीय कैबिनेट ने 15 दिसम्बर 2017 को सभी डेबिट कार्डों (Debit cards), भीम (BHIM) व यूपीआई (UPI) से होने वाले 2,000 रुपए से कम के भुगतानों पर लगने वाले मर्चेन्ट डिस्काउण्ट रेट (MDR) न वसूलने की घोषणा की। यह छूट प्रारंभ में कितनी समयावधि के लिए लागू रहेगी? – दो वर्ष के लिए
विस्तार: अब 1 जनवरी 2018 से ग्राहकों द्वारा डेबिट कार्डों (Debit Cards), भीम (BHIM app) व यूपीआई (Unified Payments Interface – UPI) से होने वाले 2,000 रुपए से कम के भुगतानों पर कम से कम अगले दो वर्ष (यानि 31 दिसम्बर 2019) तक कोई मर्चेन्ट डिस्काउण्ट रेट (Merchant Discount Rate (MDR) वसूला नहीं जायेगा। केन्द्रीय कैबिनेट ने दो वर्ष के लिए एमडीआर को न
वसूलने का निर्णय 15 दिसम्बर 2017 को लिया। इसका अर्थ हुआ कि इस समयावधि के लिए MDR को केन्द्र सरकार वहन करेगी।
– इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार ने अनुमान लगाया है कि 2000 रुपए से कम के भुगतानों पर MDR की बैंकों को भरपाई करने के लिए वर्ष 2018-19 में उसे 1,050 करोड़ रुपए और वर्ष 2019-20 में 1,462 करोड़ रुपए का वित्तीय भार वहन करना पड़ेगा।
– कैबिनेट के इस फैसले का अर्थ हुआ कि 2000 रुपए से कम के इस श्रेणी के डिज़िटल भुगतानों पर ग्राहकों व दुकानदारों/व्यवसायियों को अतिरिक्त वित्तीय भार वहन नहीं करना पड़ेगा और इससे देश में छोटे भुगतानों के लिए डिज़िटल पद्धति से भगतान करने की प्रवृति को प्रोत्साहन मिलेगा।
– उल्लेखनीय है कि MDR वह दर है जो डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड सेवा के उपयोग के दौरान दुकानदार की प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) मशीन के इस्तेमाल के लिए बैंक व्यापारियों से वसूलते हैं। लेकिन चूंकि इससे व्यापारियों का मुनाफा प्रभावित होता है इसलिए वे अधिकांश मामलों में इसे ग्राहकों से ही वसूलते हैं।
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2) किस दिग्गज मनोरंजन कम्पनी ने रूपर्ट मर्डोक (Rupert Murdoch) के स्वामित्व वाली कम्पनी ट्वेंटी-फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स (21st Century Fox) का फिल्म, टेलीविज़न और अंतर्राष्ट्रीय टीवी व्यापार 52.4 अरब डॉलर की कीमत पर खरीदने के लिए दिसम्बर 2017 के दौरान एक समझौता किया? – वॉल्ट डिज़नी कम्पनी (Walt Disney Co.)
विस्तार: वॉल्ट डिज़नी कम्पनी (Walt Disney Co.), जोकि वर्तमान में दुनिया की सबसे बड़ी मनोरंजन कम्पनी है, ने 14 दिसम्बर 2017 को रूपर्ट मर्डोक (Rupert Murdoch) के स्वामित्व वाली कम्पनी ट्वेंटी-फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स (21st Century Fox) का फिल्म, टेलीविज़न और अंतर्राष्ट्रीय टीवी व्यापार 52.4 अरब डॉलर ($52.4 billion) की कीमत पर खरीदने के लिए एक समझौता किया।
– इस समझौते के तहत डिज़नी को ट्वेंटी-फर्स्ट सेंचुरी फॉक्स के फिल्म व टेलीविज़न स्टूडियो, उसका केबल मनोरंजन नेटवर्क और अंतर्राष्ट्रीय टीवी व्यवसाय हासिल हो जायेगा। संभावना है कि यह सौदा एक से डेढ़ वर्ष में क्रियान्वित हो जायेगा, हालांकि इसके लिए अभी कई नियामक अनुमतियाँ हासिल करनी होंगी।
– इस सौदे से डिज़नी को तमाम टीवी शो तथा फिल्मों का जखीरा हासिल होगा जिससे वह डिज़िटल मनोरंजन के क्षेत्र में तेजी से पैर पसार रहीं नेटफ्लिक्स (Netflix) और अमेज़न (Amazon) जैसी कम्पनियों का सामना कर सकेगी। वहीं इस सौदे से रूपर्ट मर्डोक के पिछली आधी सदी से अधिग्रहण करके बढ़ा बनने की प्रवृति पर रोक लग जायेगी।
– उल्लेखनीय है कि 86-वर्षीय मर्डोक को 21 वर्ष की आयु में अपने पिता से एक ऑस्ट्रेलियन अखबार मिला था तथा उन्होंने यहाँ से उस व्यवसाय को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित समाचार व फिल्म समूह में तबदील करने में सफलता हासिल की है।
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3) 14 दिसम्बर 2017 को किसका भारतीय ऑलम्पिक संघ (Indian Olympic Association – IOA) के नए अध्यक्ष (President) के पद पर निर्विरोध चयन किया गया? – नरिन्दर बत्रा (Narinder Batra)
विस्तार: अंतर्राष्ट्रीय हॉकी परिसंघ (International Hockey Federation – FIH) के अध्यक्ष नरिन्दर बत्रा (Narinder Batra) को 14 दिसम्बर 2017 को निर्विरोध भारतीय ऑलम्पिक संघ (Indian Olympic Association – IOA) का अगला अध्यक्ष चुन लिया गया। इस पद पर उनका चयन महज एक औपचारिकता थी क्योंकि कुछ दिन पूर्व उनके मुकाबले में उतर रहे एशियाई टेनिस परिसंघ (Asian Tennis Federation – ATF) के अध्यक्ष अनिल खन्ना (Anil Khanna) ने चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया था। वहीं राजीव मेहता (Rajeev Mehta) का चार वर्ष के लिए भारतीय ऑलम्पिक संघ के महासचिव (Secretary General) के पद पर पुन: चयन कर लिया गया।
– इस पद पर चयनित होने के साथ नरिन्दर बत्रा दुनिया के कुछ ऐसे चुनिंदा खेल प्रशासकों में शामिल हो गए हैं जो राष्ट्रीय ऑलम्पिक संघ के अध्यक्ष होने के साथ ही किसी अंतर्राष्ट्रीय खेल संस्था की अध्यक्षता भी कर रहे हैं।
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4) वर्ष 2017 के लेजेटम सम्पन्नता सूचकांक (Legatum Prosperity Index 2017) में शामिल किए गए 149 देशों में भारत (India) को किस पायदान पर रखा गया है? – 100वाँ
विस्तार: 14 दिसम्बर 2017 को जारी किए गए “लेजेटम सम्पन्नता सूचकांक 2017” (Legatum Prosperity Index 2017) में भारत को कुल 149 देशों में 100वें स्थान पर रखा गया है। लंदन के लेजेटम इंस्टीट्यूट (Legatum Institute) द्वारा तैयार इस सूचकांक में मुख्यत: यह दर्शाया जाता है कि किस प्रकार सम्पन्नता दुनिया में बदलाव लाने के कारक के तौर पर कार्य कर रही है।
– सूचकांक के इस नवीनतम संस्करण में यह महत्वपूर्ण निष्कर्ष भी निकाला गया है कि 2016 के मुकाबले भारत (India) और चीन (China) के बीच के अंतर में कमी आई है। इस साल चीन को 90वें पायदान पर रखा गया है। जहाँ तक भारत की बात है तो उसे गवर्नेंस (Governance) के पैमाने पर सर्वश्रेष्ठ 41वाँ स्थान हासिल हुआ है जबकि उसका सबसे खराब प्रदर्शन प्राकृतिक पर्यावरण (Natural Environment) के पैमाने पर (139वाँ स्थान) है।
– इस प्रतिष्ठित सूचकांक में नॉर्वे (Norway) को पहले स्थान पर रखा गया है तथा इसके बाद सर्वोच्च 5 में शामिल अन्य देश क्रमश: हैं – न्यूज़ीलैण्ड (New Zealand), फिनलैण्ड (Finland), स्विट्ज़रलैण्ड (Switzerland) और स्वीडन (Sweden)। वहीं यमन (Yemen) को सबसे निचले पायदान (149वें) स्थान पर रखा गया है।
– उल्लेखनीय है कि लेजेटम सम्पन्नता सूचकांक को दुनिया भर के देशों की आर्थिक तथा सामाजिक स्थिति के आकलन का अग्रणी मापन माना जाता है। इसमें शामिल विभिन्न पैमाने हैं – आर्थिक गुणवत्ता, व्यावसायिक पर्यावरण, गवर्नेंस, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सामाजिक पूँजी, संरक्षा व सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और प्राकृतिक पर्यावरण।
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