1) कोलकाता (Kolkata) शहर की पहचान ऐतिहासिक हावड़ा ब्रिज (Howrah Bridge) ने फरवरी 2018 के दौरान अपनी स्थापना के कितने वर्ष पूरे किए? – 75 वर्ष
विस्तार: कोलकाता की हुगली नदी (Hooghly River) पर बने विश्व-प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज (आधिकारिक नाम रबीन्द्र सेतु) ने फरवरी 2018 के दौरान अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे कर लिए। यह पुल कोलकाता (Kolkata) को हावड़ा (Howrah) से जोड़ता है तथा वर्तमान में दुनिया के सबसे व्यस्त पुलों में से एक है।
– इस विशालकाय पुल को यातायात के लिए 3 फरवरी 1943 को खोला गया था तथा इसने उस पुराने पैण्टून पुल का स्थान लिया था जो इसी स्थान पर वर्ष 1874 में स्थापित किया गया था। 14 जून 1965 को इस पुल का नाम रबीन्द्रनाथ टैगोर के नाम पर “रबीन्द्र सेतु” (“Rabindra Setu”) कर दिया गया था।
– इस पुल के निर्माण की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि इसमें एक भी नट-बोल्ट अथवा पिलर नहीं है। इसके लिए पहले स्टील इंग्लैण्ड से मंगायी जानी थी लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के कारण 26,000 टन स्टील में से 23,000 टन स्टील की आपूर्ति टाटा स्टील (Tata Steel) ने की थी। इसके लिए टाटा स्टील ने टिस्कॉम (Tiscom) नामक विशेष स्टील का निर्माण किया था। वहीं इसके निर्माण का काम भी कोलकाता की एक स्थानीय इंजीनियरिंग कम्पनी ब्रेथवेट, बर्न एण्ड जेसॉप कंस्ट्रक्शन कम्पनी (Braithwaite, Burn and Jessop Construction Co.) को दिया गया था।
– हावड़ा ब्रिज आज दुनिया के सबसे प्रसिद्ध झूलते हुए पुलों में से एक है तथा इससे प्रतिदिन लगभग एक लाख वाहन गुजरते हैं जो इसे दुनिया के कुछ सबसे व्यस्त पुलों में स्थान दिलाते हैं। यह पुल कोलकाता की पहचान बनकर उभरा है तथा तमाम फिल्मकारों ने इसे अपनी फिल्मों में दर्शा कर कालजयी बना दिया है।
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2) हिंद महासागर में स्थित छोटे से द्वीप-राष्ट्र मालदीव (Maldives) में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन (Abdulla Yameen) द्वारा 5 फरवरी 2018 को 15 दिन के लिए आपातकाल (Emergency) लगाए जाने के बाद देश में राजनीतिक संकट खड़ा हो गया। इस आपातकाल की घोषणा का मुख्य कारण क्या है? – सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राष्ट्रपति यामीन के 9 विरोधियों पर लगे आतंक-सम्बन्धी आरोपों को खारिज करना
विस्तार: मालदीव के सर्वोच्च न्यायालय ने 1 फरवरी 2018 को अपने आदेश में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन के 9 राजनीतिक विरोधियों पर लगाए गए आतंक-सम्बन्धी आरोपों को खारिज कर दिया था तथा कहा था कि यह आरोप अवैध हैं। इसके अलावा न्यायालय ने देश के निर्वासित पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद (Mohamed Nasheed) को सुनाई गई 13 साल की कैद की सजा को भी समाप्त कर दिया।
– राष्ट्रपति यामीन को सर्वोच्च न्यायालय के यह फैसले रास नहीं आए और उन्होंने इन फैसलों को राष्ट्रीय सुरक्षा और हित के खिलाफ बताते हुए 5 फरवरी 2018 को देश में 15-दिन का आपातकाल लगाने की घोषणा कर दी। इसके चलते सरकार को फैसले लेने की असीमित शक्ति मिल गई जबकि न्यायपालिका की शक्तियों का अवसान हो गया।
– आपातकाल की घोषणा के कुछ ही समय बाद मालदीव की सेना ने सर्वोच्च न्यायालय भवन पर धावा बोल दिया और 6 फरवरी 2018 को तड़के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अब्दुल्ला सईद (Justice Abdulla Saeed) और एक अन्य न्यायाशीश न्यायमूर्ति अली हामिद को गिरफ्तार कर लिया। वहीं देश पर 30 साल तक शासन करने वाले पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम (Maumoon Abdul Gayoom) को भी गिरफ्तार कर लिया गया। गयूम राष्ट्रपति यामीन के चचेरे भाई हैं और विपक्ष का साथ दे रहे हैं। हालांकि बाद में स्पष्ट रूप से राष्ट्रपति के दबाव में 6 फरवरी 2018 को सर्वोच्च न्यायालय ने अपने 1 फरवरी के फैसले को वापस ले लिया और सुलह का रास्ता खोल दिया।
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3) अखिल भारतीय बाघ गणना 2018 (All India Tiger Census 2018) के तहत देश में बाघों की संख्या पता लगाने की प्रक्रिया फरवरी 2018 के दौरान शुरू कर दी गई। बाघ गणना के इस संस्करण की सबसे महत्वपूर्ण विशेषताएं क्या हैं? – इस बार जनगणना पद्धति को अधिकाधिक डिज़िटल बनाया गया है और इसमें अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है
विस्तार: अखिल भारतीय बाघ गणना 2018 (All India Tiger Census 2018), जोकि दुनिया के किसी भी क्षेत्र का सबसे विस्तृत वन्यजीव सर्वे है, को आधिकारिक रूप से फरवरी 2018 में शुरू कर दिया गया। गणना के इस संस्करण में काफी मात्रा में आधुनिक प्रौद्यौगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा इस बार देश के उत्तर-पूर्व में अधिक ध्यान दिया जा रहा है तथा यहाँ पहली बार अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह गणना राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान (National Tiger Conservation Authority and Wildlife Institute of India) द्वारा संचालित किया जा रहा है।
– देश में बाघ गणना में पहली बार नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन MSTrIPES का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं काफी संख्या में उच्च क्षमता वाले डिज़िटल कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पिछली बाघ गणना (2014) में देश में बाघों की संख्या 2,226 बतायी गई थी जोकि 2010 की गणना के परिणाम 1,706 के मुकाबले बेहतर थी।
– हालांकि बाघ गणना की मूल तकनीक इस बार भी डबल सैम्पलिंग (Double Sampling) है जिसके लिए बाघों के चिन्ह और उनके वास्तविक फोटों को आधार बनाया जाता है। इस तकनीक को वर्ष 2006 में शुरू किया गया था जब यह पाया गया था कि पदचिह्न (pugmark) तकनीक में बहुत खामियाँ हैं।
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4) भारत में इंटरनेट सुरक्षा के बारे में दिग्गज सर्च इंजन कम्पनी गूगल (Google) ने 5 फरवरी 2018 से एक जागरुकता अभियान शुरू किया। इस अभियान का क्या नाम है? – #SecurityCheckKiya
विस्तार: “#SecurityCheckKiya”उस जागरुकता अभियान को दिया गया नाम है जो गूगल इण्डिया ने भारत में इंटरनेट सुरक्षा के बारे में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। यह अभियान सुरक्षित इंटरनेट दिवस (Safer Internet Day) की पूर्वसंध्या पर 5 फरवरी 2018 को शुरू किया गया तथा इसके तहत मुख्यत: युवाओं और पहली बार इंटरनेट का प्रयोग करने वाले लोगों को लक्ष्यित किया जा रहा है।
– इस जागरुकता अभियान में अपने इंटरनेट एकाउण्ट्स को हाइजैक से बचाने, एण्ड्रॉयड फोनों का सुरक्षित प्रयोग करने तथा मोबाइल डिवाइस खो जाने की स्थिति में मोबाइल में पड़े व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीकों की जानकारी दी जायेगी।
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