जैसा कि हम सभी जानते हैं कि किसी भी बैंकिंग परीक्षा के रीजनिंग खण्ड में रक्त सम्बन्ध पर आधारित प्रश्न विविध श्रेणी का अंश होते हैं। यदि इस विषय से जुड़ी मूल अवधारणाएं स्पष्ट हों तो इस पर आधारित प्रश्न आसानी से हल किये जा सकते हैं। इसलिये इस लेख में, हम आपसे रक्त सम्बन्धों पर आधारित प्रश्नों को हल करने के तरीकों पर चर्चा करने जा रहे हैं।
रक्त सम्बन्ध से जुड़े प्रश्नों पर विचार करने से पहले, आइए हम रक्त सम्बन्ध के प्रश्नों में विभिन्न सम्बन्धों को प्रदर्शित करने वाले आधारभूत चिह्नों के बारे में जान लेते हैं।
हम पुरुष के लिये सदैव (+ चिह्न) का प्रयोग करते हैं।
हम स्त्री के लिये सदैव (- चिह्न) का प्रयोग करते हैं।
- एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी (माता/पिता से पुत्र/पुत्री) के बीच सम्बन्ध दर्शाने के लिये हम एक शीर्ष वाले तीर का का प्रयोग करते हैं।
- समान पीढ़ी (सगे भाई-बहन/रिश्ते में भाई/बहन) के मध्य सम्बन्ध दर्शाने के लिये हम अकेले शीर्ष वाले तीर का प्रयोग करते हैं।
- पति या पत्नी के मध्य सम्बन्ध दर्शाने के लिये, हम दो शीर्ष वाले तीर का उपयेाग करते हैं।
आइए हम विभिन्न रक्त सम्बन्धों के प्रतीकात्मक निरूपण देखते हैं :
1. A B का पिता है: यहाँ हमें केवल A के लिंग के बारे में जानकारी है। B पुत्र अथवा पुत्री कुछ भी हो सकता है।
2. A, B की मां है: यहाँ हमें केवल A के लिंग के बारे में जानकारी है। B पुत्र अथवा पुत्री कुछ भी हो सकता है।
3. B, A का पुत्र है: यहाँ हमें केवल B के लिंग के बारे में जानकारी है। A पिता अथवा माता कुछ भी हो सकता है।
4. B, A का पुत्री है: यहाँ हमें केवल B के लिंग के बारे में जानकारी है। A पिता अथवा माता कुछ भी हो सकता है।
5. B, A की पत्नी है: यहाँ हमें A और B दोनों के लिंग की जानकारी है।
6. A, B का पति है: यहाँ हमें A और B दोनों के लिंग की जानकारी है।
7. A, C का अंकल है: यहाँ हमें केवल A के लिंग की जानकारी है। B और C पुरुष अथवा महिला कुछ भी हो सकते हैं।
8. A, C की अण्टी है: यहाँ हमें केवल A के लिंग की जानकारी है। B और C पुरुष अथवा महिला कुछ भी हो सकते हैं।
9. C, A का भतीजा है: यहाँ हमें केवल C के लिंग के बारे में जानकारी है। A और B पुरुष या महिला कुछ भी हो सकते हैं।
10. C, A का भतीजा है: यहाँ हमें केवल C के लिंग के बारे में जानकारी है। A और B पुरुष या महिला कुछ भी हो सकते हैं।
11. A, C का पैत्रक दादा है: यहाँ हमें A और B दोनों के लिंग का पता है।
12. A, C की पैत्रक दादी है: यहाँ हमें A और B दोनों के लिंग का पता है।
13. A, C की माता के पिता है: यहाँ हमें A और B दोनों के लिंग का पता है।
14. A, C की माता की माता है: यहाँ हमें A और B दोनों के लिंग का पता है।
रक्त सम्बन्ध पर आधारित प्रश्न दो तरीके से पूछे जा सकते हैं।
प्रकार 1: रक्त सम्बन्ध कूटबद्ध नहीं किया गया है।
निर्देश: M, B की मां है। A, M का पति है। N, B का एकमात्र भाई है। C का विवाह N के साथ हुआ है। Q, C की एकमात्र संतान है। N की कोई बहन नहीं है। J, A का पिता है।
हल:
M, B की मां है।
A, M का पति है।
N, B का एकमात्र भाई है।
C का विवाह N के साथ हुआ है।
Q, C की एकमात्र संतान है।
N की कोई बहन नहीं है। (इसका अर्थ है कि B अवश्य ही उसका भाई है।)
J, A का पिता है।
प्रश्न 1. यदि A का कोई पोता नहीं हो, तो Q, B से किस प्रकार सम्बन्धित है?
- ज्ञात नहीं किया जा सकता
- सिस्टर–इन–लॉ
- पुत्रवधु
- भतीजी
- भतीजा
हल: हम देख सकते हैं कि Q, A का या तो पौत्र है या पौत्री। लेकिन प्रश्न के अनुसार, A का कोई पौत्र नहीं है जिसका अर्थ यह है कि Q, A की पौत्री है। इसलिये Q, B की भतीजी है।
प्रश्न 2) A, C से किस प्रकार सम्बन्धित है?
- अंकल
- ज्ञात नहीं किया जा सकता
- ससुर
- भतीजा
- ब्रदर इन लॉ
हल: A, N का पिता है और C, N की पत्नी है। इसलिये A, C का ससुर है।
प्रश्न 3. B, J से किस प्रकार सम्बन्धित है?
- पिता
- भतीजा
- ब्रदर इन लॉ
- भाई
- पौत्र
हल: B, J के पुत्र का पुत्र है। इसलिये B, J का पोता है।
प्रकार 2: जब रक्त सम्बन्ध कूटबद्ध किये गये हों।
निर्देश: निम्नलिखित जानकारी को ध्यान से पढ़ें और निम्न दिये गये प्रश्नों के उत्तर दें:
‘A*B’ का अर्थ A, B का पुत्र है।
‘A+B’ का अर्थ A, B का पिता है।
‘A>B’ का अर्थ A, B की पुत्री है।
‘A<B’ का अर्थ A, B की पत्नी है।
प्रश्न 4: यदि दिये गये व्यंजक F*R<S?M में M, F की दादी है तो प्रश्नवाचक चिह्न (?) के स्थान पर क्या आयेगा?
- >
- <
- +
- *
- ज्ञात नहीं किया जा सकता
हल: F*R का अर्थ F, R का पुत्र है।
R<S का अर्थ R, S की पत्नी है।
दिया है कि M, F की दादी है जिसका अर्थ है कि M, S अथवा R में से किसी एक की मां होगी। इसलिये हम प्रश्न का दिये गये विकल्पों से उत्तर ज्ञात नहीं कर सकते। अत: उत्तर 5 सही है।
इस प्रकार हम देखा कि रक्त सम्बन्ध में दो प्रकार से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। कभी कभार बैठने की व्यवस्था वाले प्रश्न में प्रश्न को और कठिन बनाने के लिये रक्त सम्बन्ध का प्रयोग किया जाता है। रक्त सम्बन्ध के अनुप्रयोगों की बैठने की व्यवस्था के मूलभूत सिद्धांत में चर्चा की जायेगी।
रक्त सम्बन्ध से जुड़े मुख्य बिन्दु:
- यदि प्रश्न में दिया नहीं गया हो तो किसी भी व्यक्ति को पुरुष अथवा महिला नहीं मानें।
- रक्त सम्बन्ध के प्रश्नों को चरणबद्ध तरीके से हल किया जा सकता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि प्रश्न आसान है या कूटबद्ध है।
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धन्यवाद