भारत 2020 में पहली बार शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की सरकार के प्रमुखों की 19 वीं परिषद की मेजबानी करेगा। आठ सदस्यीय समूह की उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन नई दिल्ली द्वारा किया जाना है। इस महीने की शुरुआत में 18 वें काउंसिल ऑफ एससीओ के प्रमुख ताशकंद में आयोजित किए गए थे और भारत का प्रतिनिधित्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था।
प्रमुख बिंदु
- शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक है जिसमें भारत और पाकिस्तान शामिल हैं।
- इसके अन्य सदस्य देशों में पाकिस्तान, चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
- अप्रैल 1996 में, शंघाई, चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान की एक बैठक में एक दूसरे के नस्लीय और धार्मिक तनावों से निपटने के लिए सहयोग करने पर सहमत हुए। उस समय इसे शंघाई-फाइव के नाम से जाना जाता था।
- इसकी स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई में हुई थी। एससीओ की आधिकारिक भाषाएं रूसी और चीनी हैं। एससीओ चार्टर पर वर्ष 2002 में हस्ताक्षर किए गए थे। यह वर्ष 2003 में लागू हुआ।
- चार्टर एक संवैधानिक दस्तावेज है जिसमें संगठन की संरचना और प्रमुख गतिविधियों के साथ-साथ इसके लक्ष्य और सिद्धांत आदि शामिल हैं।
- चीन, रूस के बाद शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में भारत तीसरा सबसे बड़ा देश है। भारत का कद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट है।
- वर्तमान में, SCO को दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन माना जाता है।